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हाय-हाय, कोने रंग मुंगिया / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हाय-हाय, कोने रंग मुंगिया, कओने रंग मोतिया
कोने रंग ननदी तोहर भइये हाय?
हाय-हाय, लाले रंग मुंगिया, सबुज रंग मोतिया
गोरे रंग ननदी तोहर भइये हाय।
हाय-हाय, कहाँ सोभइ मुंगिया, कहाँ रे सोभइ मोतिया
कहाँ सोभइ ननदी तोहर भइया हाय?
हाय-हाय, गले सोभइ मुंगिया, काने रे सोभइ मोतिया
पलंगे सोभइ ननदी तोहर भइये हाय।
हाय-हाय, कहाँ गिरइ मंुगिया, कहाँ रे गिरइ मोतिया
कहाँ गिरइ ननदी तोहर भइये हाय?
हाय-हाय घरे गिरइ मुंगिया, ओसरबे गिरइ मोतिया
पलंगे गिरइ ननदी तोहर भइये हाय।
हाय-हाय, टूटी तेतइ-मुंगिया, छिटकि जेतइ मोतिया
रूसी रहतइ ननदी तोहर भइये हाय।
हाय-हाय, बीछी लेबइ मुंगिया, समेटी लेबइ मोतिया
गोदी लेबइ ननदी तोहर भइये हाय।