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हाय रे हाय भोजन मध्यान / सिलसिला / रणजीत दुधु

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पढ़ाय चौपट कइलक से करवे कइलक
लेवे लगलइ जान
हाय रे हाय भोजन मध्यान-2

जे बुतरू आवऽ हल ले के सिलेट
उहे बुतरूआ आवे ले के पलेट
विदिया मंदिर बन गेलय दलान
हाय रे हाय भोजन मध्यान-2

पढ़े पढ़ावे से मिललय छूट
ऊपर से नीचे मचल हे लूट
रहलइ न´ तनिको मान सम्मान
हाय रे हाय भोजन मध्यान-2

जे बुतरू पहिले छुअऽ हल गोड़
उहे अखने हमरा समझे हे चोर
छात्रवृत्ति पोशाक दा न´ दा ज्ञान
हाय रे हाय भोजन मध्यान-2

खिलवे के बदले दा रूपइया
काहे न´ चौपट होत पढ़इया
सभे के एकरे पर हे धियान
हाय रे हाय भोजन मध्यान-2