भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हाय ला दो पान पिटारी, हमारे जाने की तैयारी / हरियाणवी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हाय ला दो पान पिटारी, हमारे जाने की तैयारी
हाथ तुम तो राजा मेरे नीचे खड़े हो
हाय हम खड़े हैं अटारी, हमारे जाने की तैयारी
हाय तुम तो राजा मेरे चले दूकानों
ले जाओ छलला निसानी, हमारे जाने की तैयारी
हाय तुम तो राजा मेरे बम्बई चले हो
दे जाओ फोटू निसानी, हमारे जाने की तैयारी
डोली भी आ गई कहार भी आ गए
आ गये वो बीरण हजारी, हमारे जाने की तैयारी
डोली भी चल दई कहार भी चल दिये
चल दिये हम बीरण हजारी, हमारे जाने की तैयारी
डोली का पड़दा उठा के जो देखूं
राजा ने खाई है पछाड़ी, हमारे जाने की तैयारी
हाय तुम तो राजा मेरे चुपके भी हो जाओ
जाने की कर दूंगी टाली, हमारे जाने की तैयारी