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हाल तांई याद है / सांवर दइया
Kavita Kosh से
ठीक है
भूलणिया भूल्या हुवैला
राग
रंग
छकड़ी
तीन चीज याद रैयी हुवैला
तेल
लूण
लकड़ी
पण
म्हनै तो
हालतांई याद है
थारै अंगां सूं फूटती
फूलां री सोरम
अर थारै डील रो
निवायो परस
…… बा जकड़ी
सांसां सागै गुत्थम-गुत्था हुयोड़ी
बै सांसां !