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हास / एरिष फ़्रीड / प्रतिभा उपाध्याय
Kavita Kosh से
जो गाना चाहता था
चाहता है अब केवल बोलना
जो बोलना चाहता था
चाहता है अब केवल शिकायत करना
जो शिकायत करना चाहता था
चाहता है अब केवल रोना
जो रोना चाहता था
चाहता है अब केवल सोना
जो सोना चाहता था
चाहता है अब केवल मरना
जो मरना चाहता था
चाहता है अब केवल
इनमें से एक को
अपने साथ ले जाना I
मूल जर्मन से अनुवाद : प्रतिभा उपाध्याय