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हिटलर की पहली फ़ोटो / विस्साव शिम्बोर्स्का / विनोद दास

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और अपने चिलबिल से कपड़ों में यह छुटकू भाई कौन है
अरे ! यह छोटा बच्चा अडोल्फ़ है, हिटलर खानदान का नन्हा-मुन्ना
क्या यह ले पाएगा क़ानून की सबसे ऊँची डिग्री
या बनेगा विएना के किसी ओपेरा हाउस का टेनोर गायक ?
यह छरहरा हाथ किसका है ?
किसकी है यह टुन्नी-सी नाक, चिया सी आँखें और नन्हें-नन्हें कान ?
किसका पेट दूध से भरा है, हमें ज़रा सा भी इल्म नहीं
क्या यह प्रिण्टर है, डॉक्टर है, व्यापारी है या पादरी ?
आख़िरकार ये टुइयाँ से उज़बक पाँव मारे-मारे कहाँ फिरेंगें ?
फुलवारी जाएँगें, स्कूल जाएँगे, दफ़्तर जाएँगे, शादी करेंगें
शायद उसकी शादी नगर महापौर की बेटी से हो

अनमोल छोटा फ़रिश्ता । माँ का सूरज - मीठे गुलगुले सा
एक साल पहले जब वह पैदा हो रहा था
ज़मीन और आसमान में उसके आने के तमाम इशारे मिल रहे थे
वसन्त की धूप थी, खिड़कियों पर ज़िरेनियम के फूल खिले थे
अहाते में बज रहा था ऑर्गन ग्राइण्डर का संगीत
गुलाबी कागज़ में लिपटा वह ख़ुशबख़्त नसीब था
फिर ज़चगी के पहले उसकी माँ का भावी सपना
अगर सपने में दिखा फाख़्ता तो ख़ुशख़बरी मिलेगी
और अगर वह पकड़ा गया तो आएगा वह मेहमान
अरसे से हो रहा है जिसका इन्तज़ार
धक-धक कुछ सुनाई दे रहा है, यह चुन्नू-मुन्नू अडोल्फ़ का दिल धड़क रहा है

एक छोटी सी चुसनी, लंगोटी, झुनझुना, बिब
कुलाँचे भरता लड़का, ख़ुदा का शुक्र है कि लकड़ी पर गिरा और ठीक-ठाक है
अपने खानदान-सा दिखता है जैसे टोकरी में बिल्ली का बच्चा हो
हर एक परिवार के अलबम के नन्हें-मुन्नों की तरह
शी- शी- चुप रहिए, कहीं यह बिलखने न लगे, चुप कराने के लिए चीनी है न !
काले कपड़े के नीचे से कैमरा फ़ोटो खींचेगा

क्लिंगेर अतेलिए, ग्रबेनस्ट्रेस, ब्रौनाऊ
ब्रौनाऊ एक छोटा लेकिन उम्दा क़स्बा
होता है ईमानदार कारोबार, रहते हैं परोपकारी पड़ोसी
वहाँ तिरती रहती है ख़मीर गूँथे आटे और कपड़ा धोने के साबुन की गन्ध

कुत्तों का रिरियाकर रोने
या होनी की आहट को कोई नहीं सुनता
इतिहास का एक उस्ताद अपनी कॉलर ढीली करता है
और उबासीभरी उसाँस लेता है
होमवर्क की नोटबुक पर

अँग्रेज़ी से अनुवाद : विनोद दास