भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हुआ चर्चा खबर वो आम क्या है / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
हुआ चर्चा खबर वह आम है क्या
लगा हम पर है जो इल्ज़ाम है क्या
कहो जो आज है दिल में तुम्हारे
तुम्हे इसके सिवा अब काम है क्या
गया घर छोड़ कर परदेश में जो
मिला उसको भला ईनाम है क्या
हमेशा ही जिया जो गफलतों में
नहीं वह जानता अंजाम है क्या
लगाये जा रहे हैं लोग बोली
कहीं सच हो रहा नीलाम है क्या
अजब दहशत का है माहौल हरसूं
किसी को कुछ हुआ इलहाम है क्या
चलो भगवान को मिल कर पुकारो
वही समझे कि बद बदनाम है क्या