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हेरा गेलइ बड़का चिजोर / सिलसिला / रणजीत दुधु

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हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर
ईहे से अँखिया से ढरके हे लोर।

मिले हे न´ किधरो संयुक्त परिवार
बंट-बुट के हो गेते गेल किनार
एकता भुला के हो गेला कमजोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

माय बाप के भी बदल देलूँ नाम
भुला गेलूँ हम अब करेले प्रणाम
हलो हाय बोलऽ ही न´ छुअऽ ही गोड़
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

मेहरी तोड़इलक हे सभे से रिस्ता
जित्ते जिनगी हमरा कर देलक पिस्ता
घुड़की सुन उखर देही दँतिया निपोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

मनवा से बोलऽ अलग जरिको हो ईमान
एकोगो घर न´ बचल जे हे पिता प्रधान
नाचऽ हे जैसे नचावे मेहरिया तोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

राजा आउ परजा दुनु के चित पट
जाति धरम के लगइले हे लटपट
पइसा बटोरे में सब हे विभोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

हमर की मुराद हम ही निरबल इंसान
मेहरी हरइलक शिव राम भगवान
घर में न´ कहियो चलल केकरो जोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

कहँय न´ हे रक्षा बाहर हो इया भित्तर
मनवा में कइले घर बड़का डर
पत्थल से हे जादे आदमी कठोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

तियाग बलिदान अहिंसा उकन गेल
भरसटाचारी सगरो उफन गेल
घर से संसद तक देलक झकझोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

जहिया से चाल-चलन संसकिरती बदल गेल
सुख-शांति रूस के जिनगी से दूर टहल गेल
झलमल आत्मा भी अब हो गेल किदोड़
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।

निम्मन बन जा दा दुनिया के संदेश
एकरे से मिट जइतो सब के कलेश
भागतइ अनहरिया आ जइतइ इंजोर
हेरा गेल जिनगी के बड़का चिजोर।