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हे आमो! / हेमन्त शेष
Kavita Kosh से
हे आमो!
मैं जब-जब तुम्हें देखूंगा
प्रशंसा से
सिर्फ़ देखूंगा।
खेद!
गुदगुदे सुगंधित और स्वादिष्ट
होते ही जीभ तुम्हें
चबा जाएगी...