हे मेरी तुम सोई सरिता !
उठो,
और लहरों-सी नाचो
तब तक, जब तक
आलिंगन में नहीं बाँध लूँ
और चूम लूँ
तुमको !
मैं मिलने आया बादल हूँ !!
हे मेरी तुम सोई सरिता !
उठो,
और लहरों-सी नाचो
तब तक, जब तक
आलिंगन में नहीं बाँध लूँ
और चूम लूँ
तुमको !
मैं मिलने आया बादल हूँ !!