Last modified on 14 जुलाई 2014, at 15:35

हे हर जी ल्याए हैं झोली भर फूल / हरियाणवी

हे हर जी ल्याए हैं झोली भर फूल राधा जोगे नां ल्याए भगवान
हे जी बांटे हैं सब परवार राधा जोगे नां बचे भगवान
हे जी राधा के मन मैं सै छोह टग टग महलें चढ़ गई भगवान
हे राधा नै जा मूंदे अजड़ किवाड़ सांकल लोहे सार की भगवान।
हे राधा रिम-झिम बरसे है मैंह किरसन भीजें बाहरणै भगवान
हे राधा खोलो नै अजड़ किवाड़ सांकल लोह सार की भगवान
हे हर जी जां बांटै झोली भर फूल बहैं जाओ सो रहो भगवान
हे हर जी कै मन मैं था छोह् ढग-ढग महलां ऊतरे भगवान
हे हर जी जा सोए बिरछां की धाएं धोली चादर ताण कै भगवान
हे जी राधा के मन मैं था चाव टग टग महलें ऊतरी भगवान
हे हर जी पूछी हैं कूएं पणिहार कहीं देखे सांवरे भगवान
हे राधा नहीं देखे किसन मुरार नहीं देखे सांवरे भगवान
हे हर जी पूछै हैं हाली पाली लोग कहीं देखे सांवरे भगवान
हे राधा वे सूते बिरछां की छांह धोली चादर ताण कै भगवान
हे राधा देख्या है पल्ला ए उघाड़ किरसन सूते नींद मैं भगवान
हे हर जी ऊठो न किरसन मुरार उठो न पियारे सांवरे भगवान
हे हर जी नैणां मैं रम गई धूल पैरां मैं छाले पड़ गए भगवान
हे हर जी राधा तो रूसै बारम्बार किरसन रूसै न सरै भगवान