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है किसकी वजह से / ब्रज श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
वृक्षों ने कभी कोई
ग़लती नहीं की
जंगल को नहीं है कोई शिकायत उनसे
बादलों और पक्षियों ने
कुछ नहीं किया ऎसा कि
बिगड़े आसमान की तस्वीर
नदी को कभी कोई नुकसान नहीं हुआ
मछलियों, मगरमच्छों और शैवाल से
और ज़रा धरती की पड़ताल करें
कि यह जैसी भी है
है किसकी वज़ह से?