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होने और न होने के बीच-3 / पीयूष दईया

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छुआ जन्म
फल:

--पा रहा
पकड़े हाथ--

शान्त
सब वास(ना)

चलती सांस रचती
मरने की रोशनी

जन्म अकेला
फल