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होमवर्क का भूत / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
उमस में घिरे बच्चे
स्कूल के होमवर्क में लगे हैं
उन्हें मैडम चंडिका, मां भूतनी
पिता अलादीन का चिराग़ लगते हैं
कब कौन कहां से प्रकट हो जाये
कितना काम किया है -
नालायक़
कभी पढ़-लिख लिया करो
क्यों नाक कटाने पर
तुले हो ?
क्या नाक भी
कहीं कटती है ?
ये पिता इन मासूमों को
अक्सर क्यों डांटते हैं !
छोटे-छोटे बच्चे
अक्सर विद्यालय में
यही बात दुहराते हैं
काम हुआ या नहीं
सुन कर मधुर वचन
बच्चे ख़ामोश हो गए
आख़िर वे भी क्या करें ?