यहाँ तक कि महाप्रलय भी
रहा नहीं हमेशा के लिए ।
एक दिन उतर गया फिर
काले जल का फैलाव ।
बेशक, लेकिन कितने
ज़िन्दा रहे उसके बाद भी !
1953
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य
यहाँ तक कि महाप्रलय भी
रहा नहीं हमेशा के लिए ।
एक दिन उतर गया फिर
काले जल का फैलाव ।
बेशक, लेकिन कितने
ज़िन्दा रहे उसके बाद भी !
1953
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य