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होली का गीत / रमेश रंजक
Kavita Kosh से
आओ न !
रंगों को जेल से छुड़ाएँ ।
होली के नए गीत गाएँ ।।
आओ नाऽऽऽ ।
तोड़ो ना ! नींद एक साल की
गुलाल की
अलमारी में जिसकी बड़ी
देखभाल की
आओ ना !
रंगों की धूल-सी उड़ाएँ ।
होली के नए गीत गाएँ ।।
होली के नए गीत गाएँ ।।
आओ नाऽऽऽ ।
दीवारों की उजली साड़ी
मैली करें
चलो किसी नलके से ही
गुब्बारे भरें
आओ ना !
एक गेंद तड़ी-सी मचाएँ ।
होली के नए गीत गाएँ ।।
आओ नाऽऽऽ ।