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हो गए हैं लक्ष्य सब ओझल विवादों में / जहीर कुरैशी
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हो गए हैं लक्ष्य सब ओझल विवादों में
आदमी उलझा रहा केवल विवादों में
लोग संसद में विगत सैंतीस वर्षों से
कर रहे हैं भुखमरी को हल विवादों में
आपने देखे नहीं दो सम्प्रदायों के
लोग हो जाते हैं जब पागल विवादों में
कोर्ट में वादी व प्रतिवादी बहस के बीच
न्याय होता है बहुत घायल विवादों में
अब वहाँ पर बाँध बँध पाना असम्भव है
फँस गया है उस नदी का जल विवादों में