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हौ तब जवाब नटिनियाँ दै छै / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हौ तब जवाब नटिनियाँ दै छै
सुन हौ सुन डाकू चुहर
घर खाइ ले गेली पूरनियाँ
टोना खामिन शाहिद मरि गेल
स्वामी पोसल मनचित भैंसा
गोदना गोदै छी गुजर करै छी
नगरे नगरे नटिनियाँ घुरै छी
तोरा बागमे डेरा गिरौलीयै
गोदना गोदै ले शहरमे एलीयै
गोदना गोदि के हम गुजर देवता करै छीयै यौ।।