मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हौ तब रानी चन्द्रा बोलै छै
सुन ले हौ बाबू दिल के वार्त्ता
जै चोरबा के बान्ह बन्हलहक
आय चोरबा के खोलि के लबीयौ
हा ओकरा से आय नौकरी कराबीयौ
बिना दरमाहा के नौकरी करतै
चुहरा बदलामे नौकर ओकरा राखि दीयौ यौ।
हौ तब रानी चन्द्रा बोलै छै
सुन ले हौ बाबू दिल के वार्त्ता
जै चोरबा के बान्ह बन्हलहक
आय चोरबा के खोलि के लबीयौ
हा ओकरा से आय नौकरी कराबीयौ
बिना दरमाहा के नौकरी करतै
चुहरा बदलामे नौकर ओकरा राखि दीयौ यौ।