मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हौ भागल चुहरा मंदिर से चललै
जहाँ हौ मंदिर विशकर्मा के
बाबा विशकर्मा लगमे चुहरा जुमलै
सत बाबा से चुहर करौलकै
सिन्ह सिन्हकटवा बाबा से लेलकै
सब वरनन चुहर बाबा के कहलकै
सत करा सिनकाट्ठा लेलकै।
जबे जवाब चुहर जे करैय
सुन हौ बाबा दिल के वार्त्ता
हौ चोरी करबै राज पकरिया
सभ हलतिया बाबा के कहलकै
एतबे कहि के चुहरा भागल जाइ छै
हौ पेरा अधपेरिया दुर्गा मैया
दरशन दै छै डाकू चुहर के
तब जवाब आय चुहर कहैय
सुन गै देवी देवी असामरि
सिन्ह सिन्हकाटा बाबा से लेलियै
आ कोन बुधि से चोरी करबै
चोरी भेष मैया हमरा बताबीयै
केना चोरी पकरियामे करबै गै