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हौ रानी बचनियाँ राजा करै छै / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हौ रानी बचनियाँ राजा करै छै
चौबटिआ पर बंगला बनाबैय
चौदह कोशमे ढ़ोल दियबै
कुसमा रानी खँरात बाबू बँटै छै
जादूपुर के बात आब जादूपुर नै रहलै
जादूपुर के बात आब फलका पर एलै
कोहबर घरमे दुलरूआ गयलै
खाली घर कोहबर राज महिसौथा
हकन मोती कोहबरमे कनै छै
सब हलतिया मुंगीया कहै छै
तहि कारण मोती पगला बनलै
त्रिया कारण बतहबा बनल छै
राज महिसौथा गादी छोड़लकै
नगरे-नगरे घुरल फिरै छै
भागल मोतीराम जादूपुर गयलै
कुसमावती रानी कुसमा बाँटै छै
सबके खराँत रानीयाँ बँटै छै
कुसमा लगमे पगलबा जाइ छै
त्रिया सतमे मोतीराम छेलै
आगू के थाड़ी कुसमा दै छै
जहर समान मोती के लगै छै
लात से थाड़ी मोती ठेलै छे
सरबर नीर नैना से ढ़ारै छै
तबे जवाब मोतीराम दै छै
किया यै कारणमा खराँतबा बैटै छै
तेकर खबरिया हमरा कहि दे
त्रिया वियोगबा से पगलबा कनियाँ भगेलीयै गै।