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100 / हीर / वारिस शाह

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माए चाक तराहयां बाबे चाए एस गल उते बहुत खुशी हो नी
रब्ब उसनूं रिज़क है देणहारा कोई उसदे रब्ब ना तुसी हो नी
मझीं होण खराब विच बेलयां दे खेल दस केही बुस बुसी हो नी
वारस शाह औलाद न माल रहसी जिहदा हक खुथा ओह तां हो नी

शब्दार्थ
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