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73 / हीर / वारिस शाह

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पुतर तखत हजारे दे चौधरी दा रांझा जात दा जट असील है जी
एहदा बीबड़ा<ref>मासूम</ref> मुख ते नयन निम्मे बड़ी सोहणी एस दी डील है जी
मथा एसदा चमकदा नूर भरया सखी<ref>उदार</ref> जीउ दा, नहीं बखील है जी
गल सोहणी परदे विच करदा खोज लाएक ते नयायों वकील है जी

शब्दार्थ
<references/>