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"मेरे भीतर चलती है एक गुफ़्तगू / सुरजीत पातर / योजना रावत" के अवतरणों में अंतर

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'''पंजाबी से अनुवाद : योजना रावत'''
 
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13:50, 13 जुलाई 2024 के समय का अवतरण

मेरे भीतर चलती है एक गुफ़्तगू
जहाँ लफ्ज़ों में ढलता है मेरा लहू
जहाँ मेरी बहस है मेरे साथ ही
जहाँ वारिस के पुरखे खड़े रूबरू

मेरे भीतर आवाज़ें तो हैं बेपनाह
पर माथे पे मेरी अक्ल का तानाशाह
सब आवाज़ें सुनूँ, कुछ चुनूँ, फिर बुनूँ
फिर बयान अपना कोई जारी करूँ

मेरे भीतर चलती है एक गुफ़्तगू
जहाँ लफ्ज़ों में ढलता है मेरा लहू

पंजाबी से अनुवाद : योजना रावत