भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"आंगन के पार द्वार / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 28: | पंक्ति 28: | ||
'''असाध्य-वीणा''' | '''असाध्य-वीणा''' | ||
* [[असाध्य वीणा / अज्ञेय]] | * [[असाध्य वीणा / अज्ञेय]] | ||
+ | * [[अंतः सलिला / अज्ञेय]] |
00:27, 15 दिसम्बर 2010 का अवतरण
आँगन के पार द्वार
रचनाकार | अज्ञेय |
---|---|
प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ |
वर्ष | 1966 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 86 |
ISBN | |
विविध | 1959 से 1961 की कविताएँ |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
अन्तः सलिला
- सरस्वती पुत्र / अज्ञेय
- बना दे, चितेरे / अज्ञेय
- भीतर जागा दाता / अज्ञेय
- अन्धकार में दीप / अज्ञेय
- पास और दूर / अज्ञेय
- पहचान / अज्ञेय
चक्रांत शिला
असाध्य-वीणा