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"उसका हरापन / प्रदीपचन्द्र पांडे" के अवतरणों में अंतर

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23:25, 8 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

सूखी लकड़ी
दिन-रात
पड़ी रही पानी में
फिर भी
हरी नहीं हुई
गल गई

धीरे-धीरे
पानी के ऊपर
तैरने लगा
उसका हरापन !