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"कोई एक क्षण अकेला नहीं है / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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21:45, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

काल में
कहीं कोई एक क्षण
अकेला नहीं है
निदाग अलग-सबसे अलग
कि
हो तो वही हो
मात्र उसकी प्रतीति हो
और कुछ न हो उसके साथ
न अन्य की प्रतीति हो

रचनाकाल: ०५-११-१९७०