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"संभलो दर्शको / हेमन्त शेष" के अवतरणों में अंतर

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संभलो दर्शको
 
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ऊब की मक्खी को
 
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अपनी उम्मीद की पोशाक पर बैठने न दो
 
अपनी उम्मीद की पोशाक पर बैठने न दो
 
 
सम्भव है नींद खुलने पर इस बार
 
सम्भव है नींद खुलने पर इस बार
 
 
किसी बदली हुई दुनिया में जागें हम
 
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जागने से बड़ी है इस बार
 
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पोशाक
 
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संभलते दर्शको
 
संभलते दर्शको
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11:45, 17 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

संभलो दर्शको
ऊब की मक्खी को
अपनी उम्मीद की पोशाक पर बैठने न दो
सम्भव है नींद खुलने पर इस बार
किसी बदली हुई दुनिया में जागें हम
जागने से बड़ी है इस बार
पोशाक
संभलते दर्शको