दो बदन
ओस में भीगते, चाँदनी में नहाते हुए
जैसे दो ताज़ा रू<ref>आत्मा</ref> ताज़ा दम फूल<ref>ताज़ा खिले हुए फूल०फूल</ref> पिछले पहर
ठंडी-ठंडी सबक रौ<ref>मंद गति से चलने वाली</ref> चमन की हवा
सर्फ़े मातम हुई
ये बता चारागर
तेरी जन्बील<ref>थैले में</ref> में
नुस्ख़-ए-कीमियाए मुहब्बत <ref>प्रेम के उपचार का नुस्ख़ा</ref> भी है
कुछ इलाज व मदावा-ए-उल्फ़त भी है ?
इक चम्बेली के मड़वे तले
{{KKMeaning}}
<ref>दुनिया</ref>