भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"उड़ी एक चिड़िया / अरुण कमल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=अरूण कमल
+
|रचनाकार=अरुण कमल
 +
|संग्रह = अपनी केवल धार / अरुण कमल
 
}}
 
}}
 
  
 
उड़ी एक चिड़िया
 
उड़ी एक चिड़िया

18:10, 19 मई 2008 का अवतरण

उड़ी एक चिड़िया

पंख झटकारते उठी

दूर बहुत दूर ऊपर आकाश में

उड़ी एक चिड़िया--

सूर्य की ओर


अभी अभी यहीं थी

मेरी ही थाली से उठाया था दाना


धीरे धीरे रह गया एक अग्नि-पंख

वह सूर्य बन गई ।