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"मौत की नहर / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर

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02:04, 6 अप्रैल 2011 का अवतरण

प्यार, नफ़रत, दया, वफ़ा एहसान
क़ौम, भाषा, वतन, धरम, ईमान
उम्र गोया...
चट्टान है कोई
जिस पर इन्सान कोहकन की तरह
मौत की नहर....
खोदने के लिए,
सैकड़ों तेशे
आज़माता है
हाथ-पाँव चलाये जाता है