भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सालाना मौत / लीलाधर जगूड़ी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो ("सालाना मौत / लीलाधर जगूड़ी" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
 
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
|रचनाकार=लीलाधर जगूड़ी
 
|रचनाकार=लीलाधर जगूड़ी
 
|संग्रह =चुनी हुई कविताएँ / लीलाधर जगूड़ी  
 
|संग्रह =चुनी हुई कविताएँ / लीलाधर जगूड़ी  
}}
+
}}{{KKAnthologyDeath}}
 +
{{KKCatKavita}}
 
<Poem>
 
<Poem>
 
पिछले साल उसने कहा कि पिछले साल मैं नाबालिग था
 
पिछले साल उसने कहा कि पिछले साल मैं नाबालिग था
 
 
इस साल भी वह कह रहा है कि पिछले साल मैं नाबालिग था
 
इस साल भी वह कह रहा है कि पिछले साल मैं नाबालिग था
 
 
हर गए वर्ष में नाबालिग हर नए वर्ष में नासमझ
 
हर गए वर्ष में नाबालिग हर नए वर्ष में नासमझ
  

02:08, 6 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

पिछले साल उसने कहा कि पिछले साल मैं नाबालिग था
इस साल भी वह कह रहा है कि पिछले साल मैं नाबालिग था
हर गए वर्ष में नाबालिग हर नए वर्ष में नासमझ

हर मरने वाले के लिए उसने कहा
बालिग हुआ कि मर गया

कितना बालिग होने के लिए कितना मरने की ज़रूरत है ?