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"अच्छा मौसम आने वाला है / जयकृष्ण राय तुषार" के अवतरणों में अंतर
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(नया पृष्ठ: समाचार है अच्छा मौसम आने वाला है भीमसेन सा पंचम सुर में गाने वाल…) |
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समाचार है | समाचार है | ||
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अच्छा मौसम | अच्छा मौसम | ||
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आने वाला है | आने वाला है | ||
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भीमसेन सा | भीमसेन सा | ||
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पंचम सुर में | पंचम सुर में | ||
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गाने वाला है | गाने वाला है | ||
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इन्द्रधनुष की | इन्द्रधनुष की | ||
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प्रत्यंचा फिर | प्रत्यंचा फिर | ||
− | गगन कस रहा | + | |
+ | गगन कस रहा | ||
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हरे भरे | हरे भरे | ||
− | जंगल में आकर | + | |
− | हिरन बस रहा | + | जंगल में आकर |
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+ | हिरन बस रहा | ||
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कोई | कोई | ||
− | फूलों में आकर | + | |
+ | फूलों में आकर | ||
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बतियाने वाला है | बतियाने वाला है | ||
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प्यासे खेत | प्यासे खेत | ||
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पठार | पठार | ||
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लोकरंगों में डूबे | लोकरंगों में डूबे | ||
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रेत हुई | रेत हुई | ||
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नदियों के | नदियों के | ||
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रूमानी मंसूबे | रूमानी मंसूबे | ||
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कोई देकर | कोई देकर | ||
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अपना हाथ | अपना हाथ | ||
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छुड़ानेवाला है | छुड़ानेवाला है | ||
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साँस -साँस में | साँस -साँस में | ||
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गंध गुलाबी | गंध गुलाबी | ||
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हवा बह रही | हवा बह रही | ||
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तोड़ रहीं | तोड़ रहीं | ||
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छत इच्छाएं | छत इच्छाएं | ||
− | दीवार ढह रही | + | |
+ | दीवार ढह रही | ||
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भटकन में | भटकन में | ||
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भी कोई | भी कोई | ||
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राह बतानेवाला है | राह बतानेवाला है | ||
− | मन केरल की | + | |
+ | मन केरल की | ||
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मृगनयनी | मृगनयनी | ||
+ | |||
आँखों में खोया | आँखों में खोया | ||
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थका हुआ | थका हुआ | ||
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चेहरा सागर | चेहरा सागर | ||
− | लहरों ने धोया | + | |
+ | लहरों ने धोया | ||
+ | |||
कोई काट | कोई काट | ||
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चिकोटी हमें | चिकोटी हमें | ||
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सताने वाला है | सताने वाला है |
00:27, 7 अप्रैल 2011 का अवतरण
समाचार है
अच्छा मौसम
आने वाला है
भीमसेन सा
पंचम सुर में
गाने वाला है
इन्द्रधनुष की
प्रत्यंचा फिर
गगन कस रहा
हरे भरे
जंगल में आकर
हिरन बस रहा
कोई
फूलों में आकर
बतियाने वाला है
प्यासे खेत
पठार
लोकरंगों में डूबे
रेत हुई
नदियों के
रूमानी मंसूबे
कोई देकर
अपना हाथ
छुड़ानेवाला है
साँस -साँस में
गंध गुलाबी
हवा बह रही
तोड़ रहीं
छत इच्छाएं
दीवार ढह रही
भटकन में
भी कोई
राह बतानेवाला है
मन केरल की
मृगनयनी
आँखों में खोया
थका हुआ
चेहरा सागर
लहरों ने धोया
कोई काट
चिकोटी हमें
सताने वाला है