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"असीम सौन्दर्य की एक लहर / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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असीम सौन्दर्य की एक लहर,
 
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उमड़ी तुम्हारे शरीर से,
 
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छाप कर छा गई
 
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फैल गई मुझ पर !
 
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11:00, 15 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

असीम सौन्दर्य की एक लहर,
नदी से नहीं--
    समुद्र से नहीं
देखते ही देखते
उमड़ी तुम्हारे शरीर से,
छाप कर छा गई
फैल गई मुझ पर !