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वह समय | वह समय | ||
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जो तुमने देखना चाहा | जो तुमने देखना चाहा | ||
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क्योंकि तुम्हारा देखना | क्योंकि तुम्हारा देखना | ||
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सबका देखना नहीं था | सबका देखना नहीं था | ||
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और सबका भोगना | और सबका भोगना | ||
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तुम्हारा भोगना नहीं... | तुम्हारा भोगना नहीं... | ||
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जिओ ऐसे | जिओ ऐसे | ||
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21:48, 19 मई 2011 के समय का अवतरण
देखो ऐसे
कि वह सबका देखना हो
अलग देखना
अलग तरह से देखना
अलग-अलग कर देता है
सब कुछ
वह समय
सबसे ख़राब रहा
जबकि तुमने वही देखा
जो तुमने देखना चाहा
क्योंकि तुम्हारा देखना
सबका देखना नहीं था
और सबका भोगना
तुम्हारा भोगना नहीं...
जिओ ऐसे
कि वह सबका जीना हो