भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"तुम्हारी याद ने जब भी मुझे सदा दी है / त्रिपुरारि कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=त्रिपुरारि कुमार शर्मा }} {{KKCatTriveni}} <poem> तुम्हारी याद…)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:18, 26 मई 2011 के समय का अवतरण

तुम्हारी याद ने जब भी मुझे सदा दी है
हर एक बार मैं थोड़ा-सा बिखर जाता हूँ

मेरी सफ़ेद सांसों ने मुझको समेट रखा है