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"दिल में ये प्यार के वहम क्या हैं! / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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उनके रंगों में मिल गये हैं गुलाब | उनके रंगों में मिल गये हैं गुलाब |
04:22, 4 जुलाई 2011 का अवतरण
दिल में ये प्यार के वहम क्या हैं!
तू ही बतला कि तेरे हम क्या हैं
जब न कोई लगाव है हमसे
ये इशारे क़दम-क़दम क्या हैं!
क्या करें, दिल किसीपे जो आ जाय!
जानते हम भी, ये भरम क्या हैं
उनके वादों पे जिए जाते हैं
ये भी एहसान उनके कम क्या हैं!
उनके रंगों में मिल गये हैं गुलाब
अब किसे क्या बताएं, हम क्या हैं!