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"हर क़दम, हर क़दम, हर क़दम / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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तेरा दिल तो धड़कता रहा
 
तेरा दिल तो धड़कता रहा
तू भले ही था चुप बेरहम!
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कुछ तो है तेरी आँखों में प्यार
 
कुछ तो है तेरी आँखों में प्यार

01:26, 9 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


हर क़दम, हर क़दम, हर क़दम
तेरे नज़दीक आते हैं हम

तेरा दिल तो धड़कता रहा
तू भले ही था चुप, बेरहम!

कुछ तो है तेरी आँखों में प्यार
और कुछ है हमारा भरम

जान ले ले मगर शर्त है
तेरे क़दमों पे निकले ये दम

वे अदायें कहाँ अब, गुलाब!
जिनपे मरने की खाई क़सम!