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"धातु युग / रवि प्रकाश" के अवतरणों में अंतर

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01:37, 23 अगस्त 2011 का अवतरण

रौंद डालते हैं तुम्हारे बमवर्षक

दुनियां की सरहदें

आसमान में तारों की जगह

टिमटिमाती रहती हैं तुम्हारे बमवर्षकों की बत्तियां !

तुम क्या समझते हो ;

क्या इस युग के सारे हथियार

सिर्फ लोहे बनाए जायेंगे ?

नहीं

ये धातु युग नहीं है

अगर कहते हो इसे ज्ञान और विज्ञान युग

तोह इस युग का हथियार

विचारों से गढ़ा जाएगा

अगर सुन सकते हो तो सुनो !

इस युग का हथियार

जो विचारों से गढ़ा जाएगा

हम गढ़ेगे

और हर चीख का हिसाब मांगेंगे