भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कुट्टी / रमेश तैलंग" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश तैलंग |संग्रह=इक्यावन बालगीत / रमेश तैलंग }}…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
14:26, 5 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
मम्मी की पापा से
जब कुट्टी हो गई
खाने-पीने की
घर में छुट्टी हो गई ।
पहले पापा का
’टेम्प्रेचर’ ऊपर चढ़ा
फिर मम्मी का भी
थोड़ा आगे बढ़ा
झूठ-मूठ करते
सच्ची-मुच्ची हो गई ।
गुस्से में दोनों ने
जाने क्या-क्या कहा
फिर जब कहने को
कुछ भी बाक़ी न रहा
कमरे में जा मम्मी
मुँह ढक के सो गई ।
