भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जुगनू / घनश्याम कुमार 'देवांश'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=घनश्याम कुमार 'देवांश' |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} <poem> तुम्…)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:26, 13 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

तुम्हारी आँखों के जुगनू
एक दिन
मैंने अपनी पलकों में
कैद कर लिए
उस दिन से रात कभी हुई ही नहीं..