रचनाकारः [[{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=शमशेर बहादुर सिंह]][[Category:|संग्रह=कुछ कविताएँ]][[Category:/ शमशेर बहादुर सिंह]]}}{{KKCatNavgeet}}<Poem>मोटी, धुली लॉन की दूब,::साफ़ मखमल की कालीन ठंडी धुली सुनहरी धूप
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~हलकी मीठी चा-सा दिन,मीठी चुस्की-सी बातें,मुलायम बाहों-सा अपनाव
मोटी, धुली लॉन की दूब,<br>::साफ़ मखमल की कालीन।<br>ठंडी धुली सुनहरी धूप।<br><br> हलकी मीठी चा-सा दिन,<br>मीठी चुस्की-सी बातें,<br>मुलायम बाहों-सा अपनाव।<br><br> पलकों पर हौले-हौले<br>तुम्हारे फूल से पाँव<br>::मानो भूलकर पड़ते<br>::हृदय के सपनों पर मेरे!<br>अकेला हूँ आओ!</Poem>