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"बुत हो गया फिर / नंदकिशोर आचार्य" के अवतरणों में अंतर
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+ | बगीचे के ठीक बीचोबीच | ||
+ | था वह, फड़फड़ाता पंख | ||
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+ | अचानक उड़ गया | ||
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+ | बुत हो गया फिर अब ? | ||
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15:57, 1 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
बगीचे के ठीक बीचोबीच
था वह, फड़फड़ाता पंख
जिस पर था जो पाखी
अचानक उड़ गया
अब कौन है साखी
कि तब जिस ने खोले थे पंख
बगीचे के ठीक बीचोबीच वह
बुत हो गया फिर अब ?
(1976)