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"ओठों पर शंख / पुष्पिता" के अवतरणों में अंतर

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काग़ज़ पर शब्द
 
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जैसे
 
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ओठों पर शंख।
 
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मेरा मन
 
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तुम्हारी स्मृतियों की
 
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जीवन्त पुस्तक ।
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ईश्वर ने
 
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हम दोनों में
 
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बचाया है—प्रेम
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और हम दोनों ने
 
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प्रेम में ईश्वर… ।
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01:36, 9 जनवरी 2012 के समय का अवतरण

काग़ज़ पर शब्द
जैसे
ओठों पर शंख।

मेरा मन
तुम्हारी स्मृतियों की
जीवन्त पुस्तक ।

ईश्वर ने
हम दोनों में
बचाया है—प्रेम
और हम दोनों ने
प्रेम में ईश्वर… ।