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क्या हुआ जो बावफ़ा जल्लाद तेरे साथ हैं ।
ग़म नहीं कुछ अब करोड़ोम करोड़ों लोग मेरे साथ हैं ।
तू खड़ा है सामने ख़ंजर लिए इक हाथ में,
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