भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बन्धन से एक साथ हारे / ठाकुरप्रसाद सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ठाकुरप्रसाद सिंह |संग्रह=वंशी और मादल / ठाकुरप्रसाद स...)
 
 
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
  
 
हम दोनों एक साथ प्यारे
 
हम दोनों एक साथ प्यारे
 +
  
 
सेमल और ताड़ वहाँ
 
सेमल और ताड़ वहाँ
पंक्ति 18: पंक्ति 19:
  
 
हम हुए तुम्हारे प्रिय
 
हम हुए तुम्हारे प्रिय
 +
  
 
तुम हुए हमारे
 
तुम हुए हमारे

13:46, 25 सितम्बर 2007 के समय का अवतरण

बन्धन से एक साथ हारे

हम दोनों एक साथ प्यारे


सेमल और ताड़ वहाँ

मकड़े ने साधे

वैसे ही प्रेम हमें

जीवन में बांधे

हम हुए तुम्हारे प्रिय


तुम हुए हमारे