भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"प्यार में इससे ज़ियादा क्या देगी / मनु भारद्वाज" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKRachna |रचनाकार=मनु भारद्वाज |संग्रह= }} {{KKCatGhazal‎}} <Poem> प्यार ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

03:55, 12 मार्च 2012 के समय का अवतरण

प्यार में इससे ज़ियादा क्या देगी
हद से हद तू मुझे रुला देगी

प्यार तेरा कुबूल कर तो लूँ
तू तो एहसान भी जता देगी

मेरी मजबूरियाँ न समझेगी
जानता हूँ कि बद्दुआ देगी

रोज़ आएगी मेरे ख्वाबों में
मेरे ज़ख्मों को फिर हवा देगी

हमने माना कि दिल तो टूट गया
ज़िन्दगी जीना भी सिखा देगी

ऐ 'मनु' गम से दोस्ती कर लो
ये ख़ुशी सिर्फ दर्द सा देगी