मनु भारद्वाज

| जन्म | 03 दिसम्बर 1975 | 
|---|---|
| उपनाम | मनु | 
| जन्म स्थान | ग़ाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश ) | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| साहित्य की विभिन्न विधाओं की 25 पुस्तकें प्रकाशित एवं 5० से भी जियादा पुस्तकों का सम्पादन | |
| विविध | |
| वरिष्ठ पत्रकार तथा संपादक माण्डवी प्रकाशन. फिल्म लेखक और निर्देशक | |
| जीवन परिचय | |
| मनु भारद्वाज / परिचय | |
ग़ज़लें
- दिल चीख पड़ा दिल में मेरे आग लगा दी / मनु भारद्वाज
 - वफ़ा का सिलसिला मैंने हमेशा ही निभाया है / मनु भारद्वाज
 - तड़पा के रख दिया है दिले-बेक़रार ने / मनु भारद्वाज
 - हम कहीं पहले मिले हों क्या कभी ऐसा हुआ / मनु भारद्वाज
 - गुमनामियों के शहर में घर ढूँढ रहा हूँ / मनु भारद्वाज
 - उसकी शोखी ने सितम ढाए बहुत / मनु भारद्वाज
 - वक्ते-रुखसत कोई भी आया न था / मनु भारद्वाज
 - उलझता जाए है दमन किसी का / मनु भारद्वाज
 - मरमरी बाजुओं को फैलाकर / मनु भारद्वाज
 - हम सबकी निगाहों से बचाए हुए तो हैं / मनु भारद्वाज
 - ये माना खूबसूरत आईना हूँ / मनु भारद्वाज
 - ज़िन्दगी पीपल का पत्ता ही सही / मनु भारद्वाज
 - जो तुमने बनाये हैं, आधार बदल डालो / मनु भारद्वाज
 - कुछ न पाया दोस्ती या दुश्मनी की शक्ल में / मनु भारद्वाज
 - कोई मिल जाये राह-ए-इश्क में हमदम अगर अच्छा / मनु भारद्वाज
 - फरेब देखे हैं रंगे-वफ़ा नहीं देखा / मनु भारद्वाज
 - उस हुस्ने मुजस्सिम से पहचान हो न जाये / मनु भारद्वाज
 - माना कि इक जहाँ है सितारों की ओट में / मनु भारद्वाज
 - कुबूल है मुझे गुल मिले या खार मिले / मनु भारद्वाज
 - ज़माने से बग़ावत कर रहा हूँ / मनु भारद्वाज
 - आपको इश्क के इज़्हार से डर लगता है / मनु भारद्वाज
 - कभी तुझसे थी मेरी दोस्ती, मुझे याद है,मुझे याद है / मनु भारद्वाज
 - मैं सदके तेरे घुंघरुओं की सदा के / मनु भारद्वाज
 - वो भी क्या दिन थे हर इक बात पे हैराँ होना/ मनु भारद्वाज
 - मस्ति-ए-इश्क़ इश्क़ से लबरेज़ नज़ारा होता / मनु भारद्वाज
 - पास यूँ तो हर ख़ुशी है/ मनु भारद्वाज
 - जब वो महवे-ग़ज़ल रहे होंगे / मनु भारद्वाज
 - मरने नहीं देते मुझे हालात वगरना / मनु भारद्वाज
 - आपकी दिल्लगी नहीं जाती / मनु भारद्वाज
 - किस तरह जी रहे हैं हमें कुछ पता नहीं / मनु भारद्वाज
 - बस नहीं चलता कोई भी अब हिमाक़त है तो है / मनु भारद्वाज
 - बेख़ुदी में कबीर हो जाऊं / मनु भारद्वाज
 - हुज़ूर आपने तो लिक्खा बार- बार नहीं / मनु भारद्वाज
 - अब दे ही रहा है तो मुक़म्मल बयान दे / मनु भारद्वाज
 - कट गए 'पर' उड़ान बाक़ी है / मनु भारद्वाज
 - मुहब्बत की घटा छाये , तो हमको याद कर लेना / मनु भारद्वाज
 - प्यार में इससे ज़ियादा क्या देगी / मनु भारद्वाज
 - आप तो बोलें मैं अगर चुप हूँ / मनु भारद्वाज
 - तेरे ग़म को उभारता क्यूँ हूँ / मनु भारद्वाज
 - सच ये है पहले जैसी वो चाहत नहीं रही / मनु भारद्वाज
 - पहले दो घूँठ ज़रा पी जाये / मनु भारद्वाज
 - मैं तेरे दिल में छुपा तेरा प्यार हूँ की नहीं / मनु भारद्वाज
 - मजबूरियों के नाम का बाज़ार ढूँढने / मनु भारद्वाज
 - अफ़सोस न दुनिया का, शिक्वा न ज़िन्दगी से / मनु भारद्वाज
 - मैं चाहें जितना उडूं वो उतार ही देगा / मनु भारद्वाज
 - बयाँ मैं ये हकीकत कर रहा हूँ / मनु भारद्वाज
 - हर आदमी का चेहरा ग़मों की मशीन है / मनु भारद्वाज
 - ख़्वाब में ये ही तिल्सिमात रहे / मनु भारद्वाज
 - कुछ हादसात ऐसे हुए ज़िन्दगी के साथ / मनु भारद्वाज
 - चल दिए करके दिल्लगी मुझसे / मनु भारद्वाज
 - उस तक भी पहुँचेगा नाला / मनु भारद्वाज
 - अंदाज़ से तो साफ़ हिक़ारत सी लगे है / मनु भारद्वाज
 - हालात मेरे ख़ुद भी संवरने नहीं देता / मनु भारद्वाज
 - ख़ुश्बू से महकता हुआ इक ख़त है शायरी / मनु भारद्वाज