भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"रोशनी / पुष्पेन्द्र फाल्गुन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पुष्पेन्द्र फाल्गुन |संग्रह= }} {{KKCatKa...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 9: | पंक्ति 9: | ||
आग में नहीं | आग में नहीं | ||
भूख में होती है रोशनी | भूख में होती है रोशनी | ||
− | |||
− | |||
− | |||
आशाएँ | आशाएँ | ||
कभी राख नहीं होती | कभी राख नहीं होती | ||
− | |||
बालसुलभ रहती है | बालसुलभ रहती है | ||
हिम्मत, ताउम्र | हिम्मत, ताउम्र | ||
− | |||
जरूरत | जरूरत | ||
अविष्कार की जननी नहीं, पिता है | अविष्कार की जननी नहीं, पिता है | ||
− | |||
लौ लगे जीवन ही | लौ लगे जीवन ही | ||
+ | अँधेरे का रोशनदान बन पाएंगे। | ||
− | + | </Poem> | |
− | + |
13:43, 25 मार्च 2012 के समय का अवतरण
आग में नहीं
भूख में होती है रोशनी
आशाएँ
कभी राख नहीं होती
बालसुलभ रहती है
हिम्मत, ताउम्र
जरूरत
अविष्कार की जननी नहीं, पिता है
लौ लगे जीवन ही
अँधेरे का रोशनदान बन पाएंगे।