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"शब्द सपना नहीं देखते / नीरज दइया" के अवतरणों में अंतर

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उचटी हुई नींद / नीरज दइया
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05:56, 16 मई 2013 का अवतरण

शब्दों के नहीं
होती है आंख
कवि के !
जानते हैं आप
कवि देखता है
सपना
कविता में
कविता का ।